Lok Sabha Election 2024: भाजपा और तीसरे मोर्चे में से किसे चुनेंगे मांझी? संतोष सुमन ने कोर कमेटी की बैठक में बताई सारी बात

Jitan Ram Manjhi party News: नीतीश के मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद जीतन राम मांझी की पार्टी इन दिनों सुर्खियों में है. वहीं, भविष्य की रणनीति पर चर्चा के लिए आज राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने बैठक की.

पटना: महागठबंधन से हटने के बाद ‘हम-एस’ के संरक्षक जीतन राम मांझी को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. वहीं, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर की कोर कमेटी की बैठक सोमवार को हुई। इस बैठक में लिए गए फैसले के बारे में संतोष सुमन ने बताया कि पार्टी का विस्तार कैसे किया जाए, आगामी चुनाव को देखते हुए किसके साथ जाना है, आज हमने ऐसे सभी बिंदुओं पर चर्चा की है, लेकिन आप किसके साथ जाएंगे? हम तीन से चार दिनों में इसका खुलासा करेंगे कि हम क्या कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि हम केवल भाजपा के साथ जाएंगे। हम तीसरा मोर्चा भी बना सकते हैं।

जीतन राम मांझी आज दिल्ली जाएंगे

संतोष सुमन ने कहा कि बैठक में हमारे सभी विधायक और समिति के सदस्य मौजूद थे। कुछ अलग-अलग पार्टियों के लोगों से भी बात करेंगे। कुछ ANGO  और सामाजिक लोगों से भी बात करेंगे, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि हम बीजेपी के साथ जाएंगे। आज सबसे पहले राज्यपाल से मुलाकात करूंगा। इसके बाद शाम को पार्टी के मेंटर जीतन राम मांझी हमारे साथ दिल्ली जाएंगे, लेकिन संतोष सुमन ने अपने बयानों में संकेत दिया है कि अगर बीजेपी सोच रही है कि महागठबंधन से हटने के बाद जीतन राम मांझी आसानी से बीजेपी के साथ चले जाएंगे तो इस बात को समझना गलती होगी।

भाजपा नेताओं से मिलेंगे मांझी]

जीतन राम मांझी बीजेपी के साथ भी बड़ी मांग करने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए वह अभी भी अपने पत्ते साफ नहीं कर रहे हैं कि वह कहां जाएंगे। इस वजह से संतोष सुमन ने बताया कि तीसरा मोर्चा भी बन सकता है. वहीं, 23 जून को विपक्षी एकता की बैठक है. मायावती की बहुजन समाजवादी पार्टी भी इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रही है। ऐसे में कई पार्टियां हैं, जो तीसरा मोर्चा बना सकती हैं। संतोष सुमन ने कहा कि आज हम दिल्ली जाएंगे। अगर हमें दिल्ली में बीजेपी की ओर से निमंत्रण मिलता है तो हम बीजेपी नेताओं से मिलेंगे। बैठक के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इसका खुलासा पटना आने के बाद होगा।

यह भी पढ़ो

Ajit Doval On Partition: कांग्रेस ने अजीत डोभाल के बयान पर कहा, ‘अगर नेताजी जिंदा होते तो विभाजन नहीं होता।

Leave a comment