West Bengal Panchayat Elections: राज्य में पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद हिंसक घटनाओं में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। यही कारण है कि केंद्रीय बल की 285 कंपनियों को मंजूरी दी गई है।
West Bengal Panchayat Elections
पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग (sec) ने सोमवार (3 जुलाई) को कलकत्ता उच्च न्यायालय को सूचित किया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंचायत चुनावों के लिए केंद्रीय बलों की शेष 485 कंपनियों को भेजने की मंजूरी दे दी है, जिससे केंद्रीय बलों की कुल कंपनियों की संख्या 822 हो गई है। SEC के वकील ने कहा कि पंचायत चुनावों के लिए 4,834 बूथों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है, जो कुल 61,636 बूथों का 7.8 प्रतिशत है।
पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवज्ञानम की अध्यक्षता वाली पीठ को सूचित किया कि उसे सोमवार को सूचना मिली कि मंत्रालय ने पहले स्वीकृत 337 कंपनियों के अलावा केंद्रीय सुरक्षा बलों की 485 कंपनियों को मंजूरी दी है। उच्च न्यायालय ने 21 जून को एसईसी को पंचायत चुनावों में तैनाती के लिए 82,000 से अधिक केंद्रीय बलों के कर्मियों को भेजने का अनुरोध भेजने का निर्देश दिया था। मामले की सुनवाई मंगलवार को फिर से होगी। (July 4).
चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद हिंसा बढ़ी
दरअसल, बंगाल में पंचायत चुनावों की तारीखों की घोषणा 8 जून को की गई थी। तब से राज्य में हिंसक घटनाएं देखी जा रही हैं। इसी 8 जुलाई को पंचायत चुनाव होने हैं और इसके परिणाम 11 जुलाई को आने वाले हैं। हाल ही में बसंती के फुलमलंच इलाके में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक कार्यकर्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक की पहचान जियारुल मोल्ला के रूप में हुई है।
स्थानीय लोगों का दावा है कि टीएमसी कार्यकर्ता अपने घर जा रहा था कि अचानक हमलावरों ने उसके सिर में गोली मार दी और उसकी हत्या कर दी। वहीं, बंगाल में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के बाद 13 लोगों की मौत हो गई है। यही कारण है कि राज्य में इस तरह की हिंसक घटनाओं को रोकने के लिए केंद्रीय बल की 485 कंपनियों को भेजने की मंजूरी दी गई है।
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