Lok Sabha Cancer Data: देश में कैंसर के मामले क्यों बढ़ रहे हैं? सरकार ने लोकसभा में दिया ये जवाब

Lok Sabha Cancer Data: वर्ष 2020 में उत्तर प्रदेश में कैंसर रोगियों की सबसे अधिक संख्या 201319 थी, जबकि 2021 में यह संख्या 206088 थी और 2022 में उत्तर प्रदेश में कैंसर रोगियों की संख्या 210958 थी।

Lok Sabha Cancer Data: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसने शायद मनुष्यों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। जब परिवार में किसी व्यक्ति को कैंसर होता है, तो न केवल पीड़ित पीड़ित होता है, बल्कि उसके साथ ही उसके परिवार के सदस्य भी इस बीमारी के कारण आर्थिक और मानसिक रूप से पीड़ित होते हैं। यह मुद्दा इतना बड़ा है कि अब लोकसभा में सरकार से इस पर कुछ सवाल पूछे गए हैं और इसका जवाब स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से आया है। आपको बता दें कि देश में कैंसर से पीड़ित मरीजों की संख्या कितनी है। इसके साथ-साथ हर साल किस राज्य में यह कितना बढ़ा-घटाया है। इसके अलावा, पीड़ितों में बच्चों की संख्या कितनी है?

Lok Sabha Cancer Data
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भारत में कैंसर रोगियों की आधिकारिक संख्या क्या है?

कैंसर रोगियों की आधिकारिक संख्या पर लोकसभा में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. S. P. सिंह बघेल, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम i.e. आईसीएमआर-एनसीआरपी ने बताया कि वर्ष 2022 में देश में कैंसर के कुल मामलों की संख्या 1461427 थी। जबकि 2021 में यह 1426447 थी। जबकि 2020 में यह संख्या 1392179 थी।

किस राज्य में सबसे अधिक कैंसर के मरीज हैं?

राज्यवार, कैंसर रोगियों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश में है। यहां वर्ष 2020 में कैंसर रोगियों की संख्या 201319 थी, जबकि 2021 में यह संख्या 206088 थी और 2022 में यूपी में कैंसर रोगियों की संख्या 210958 थी। वहीं, केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में कैंसर के मरीजों की संख्या सबसे कम है। वर्ष 2020 में यहां मरीजों की संख्या 27 थी, 2021 में यह संख्या बढ़कर 28 हो गई और 2022 में यह संख्या नहीं बढ़ी और 28 ही रही।

पिछले तीन वर्षों में कैंसर से कितनी मौतें हुई हैं?

लोकसभा में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. S. पी द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार। सिंह बघेल, पूरे भारत में वर्ष 2020 में कैंसर से मरने वालों की संख्या 7,70,230 थी। जबकि 2021 में यह संख्या 7,89,202 थी। 2022 में i.e. पिछले साल भारत में कैंसर से मरने वालों की संख्या बढ़कर 8,08,558 हो गई है। दूसरी ओर, राज्यवार तरीके से, उत्तर प्रदेश में कैंसर के कारण सबसे अधिक लोगों की मौत हुई है। यहां वर्ष 2020 में कैंसर से मरने वालों की संख्या 111491 थी। जबकि 2021 में यह संख्या बढ़कर 114128 हो गई। वहीं, साल 2022 में यूपी में कैंसर से मरने वालों की संख्या बढ़कर 116818 हो गई। यानी हर साल इसमें बढ़ोतरी हो रही है।

कैंसर के मामलों में बच्चों की क्या स्थिति है?

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. कैंसर के मामलों में बच्चों की स्थिति पर लोकसभा में जवाब देते हुए। S. P. सिंह बघेल ने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम i.e की रिपोर्ट के अनुसार। ICMR-NCRP, वर्ष 2022 में, 0 से 14 वर्ष की आयु के कुल 35,017 बच्चे कैंसर के शिकार हुए थे।

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